Tuesday, August 07, 2007

रजनीगँधा

मेरा ब्लौग कुछ ज्यादा ही गम्भीर है (बिल्कुल मेरी तरह)। परिवर्तन के तौर पर एक प्यारा सा गीत। (ये भी बताने के लिए कि बौलीवुड से मुझे उतनी घृणा नही जितना कि शायद मेरा ब्लौग पढने से प्रतीत होता हो)।

और हाँ, आपके पास अगर थोड़ा खाली समय हो तो ये हिंदी कहानी अवश्य पढिये, जिसपर ये फिल्म मूलतः आधारित है। कहानी मुझे अत्यंत प्रिय है।

3 comments:

  1. मुझे भी यह फिल्म बेहद पसन्द है। गाना शेयर करने के लिये शुक्रिया। हिन्दी में और क्यों नहीं लिखते।

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  2. अब मुझे थोड़ी शर्म आ रही है, आपने पिछली बार भी यही पूछा था। मंशा तो पूरी है, बस अभ्यास की थोड़ी कमी है। भविष्य में निरंतर लिखने का प्रयास करूंगा।

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  3. वीडियो के लिये आभार. उन्मुक्त जी के साथ मुझे भी यही कहना है: हिन्दी में और क्यों नहीं लिखते। -- शास्त्री जे सी फिलिप

    हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है
    http://www.Sarathi.info

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